ग्वालियर।
ग्वालियर संवाददाता संतोष सरावगी मंडी बोर्ड ग्वालियर संभाग में अवैध वसूली के मामलों पर एक नया विवाद सामने आया है। बताया जा रहा है कि मंडी बोर्ड के सहायक संचालक दयानंद किशोर शर्मा के नेतृत्व में शासकीय मीटिंग और पिकनिक के नाम पर कर्मचारियों से अवैध वसूली की जा रही है।सूत्रों के अनुसार, हाल ही में राज्य प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी को ग्वालियर में किसानों से जुड़े विभाग का संयुक्त संचालक बनाया गया है। धार्मिक प्रवृत्ति के इस अधिकारी ने शासकीय बैठकों का आयोजन अब मंदिरों में करना शुरू कर दिया है। पिछले महीने शिवपुरी के प्रसिद्ध बाकडे वाले हनुमान मंदिर में और इस महीने दतिया के उन्नाव रोड स्थित खेरी वाली माता मंदिर में बैठक आयोजित की गई।
इन बैठकों को शासकीय बताया जाता है, परंतु विभागीय सूत्रों का कहना है कि असल उद्देश्य विभाग की अंदरूनी गतिविधियों को मीडिया से दूर रखना है। बताया जाता है कि इन बैठकों में उपस्थित कर्मचारियों को गोपनीयता की ‘कसम’ भी खिलाई जाती है ताकि कोई भी जानकारी बाहर न जाए।
ग्वालियर-चंबल संभाग की मंडियों की दुर्दशा, किसानों के साथ हो रही लूट और मंडी बोर्ड के भीतर फैली अव्यवस्थाओं से अब अधिकारी भी अनजान नहीं हैं।
जानकारी मिली है कि सहायक संचालक दयानंद किशोर शर्मा ने हाल ही में कई मंडी अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किए हैं और कुछ को “कॉल” पर भी बुलाया है।
किसानों का कहना है कि मंडी बोर्ड में सुधार के बजाय दबाव और वसूली का माहौल बन गया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पूरे प्रकरण की जांच करवाता है या यह मामला भी फाइलों में ही दबकर रह जाएगा।